सड़कें बताएंगी काशी की पहचान, खास डिजाइन से होंगी तैयार; डमरू-त्रिशूल से सजाई जाएगी ये मॉडल सड़क

वाराणसी में कई मार्गों पर सड़कों को सिक्स और फोरलेन के रूप में विकसित किया जा रहा है। अब इन सड़कों को खास डिजाइन के जरिये सजाया जा रहा है, ताकि सड़क से गुजरने वालों को काशी की पहचान के साथ खास अनुभूति हो।
ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित हो रहे वाराणसी की सड़कें भी अब यहां की खासियत की ब्रांडिंग करती नजर आएंगी। चौड़ीकरण होने वाले पांच प्रमुख प्रवेश मार्गों को अलग-अलग डिजाइन से सजाया और संवारा जाएगा। इसमें लहरतारा से बीएचयू की मॉडल सड़क पर काशी विश्वनाथ का डमरू और त्रिशूल की डिजाइन से तैयार किया जाएगा।
इसके लिए डिवाइडर पर लगने वाली फसाड लाइट में डमरू और त्रिशूल की डिजाइन को लैस किया गया है। इसके अलावा बाकी चार सड़कों के लिए नंदी, बनारसी साड़ी, भगवान बुद्ध सहित अन्य डिजाइन पर मंथन किया जा रहा है।
वाराणसी के इनर रिंग रोड के रूप में विकसित हो रही मोहनसराय से बौलिया, लहरतारा से बीएचयू, कचहरी से सिंधौरा मार्ग, चांदपुर से अकेलवा और कालीमाता मंदिर पांडेयुपर से रिंग रोड तक सड़क को सिक्स और फोरलेन के रूप में विकसित किया जा रहा है। अब इन सड़कों को खास डिजाइन के जरिये सजाया जा रहा है, ताकि सड़क से गुजरने वालों को काशी की पहचान के साथ खास अनुभूति हो।
फिलहाल फुलवरिया फोरलेन के लहरतारा वाले हिस्से से करीब 500 मीटर तक की सड़क को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तैयार कर लिया गया है। मुख्य अभियंता एके द्विवेदी ने बताया कि लहरतारा से बीएचयू की फोरलेन शहर की मॉडल सड़क के रूप में विकसित होगी। बाकी सड़कों की डिजाइन जल्द ही तय हो जाएगी।