उत्तराखंड

खाने को अशुद्ध करने के मामले में बोले मौलाना कासमी, ये बेहद निंदनीय, वीडियो की भी हो जांच

मौलाना आरिफ कासमी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की ओर से भोजन को अशुद्ध करने की वीडियो प्रसारित हो रही हैं, जिससे मुस्लिम समाज की छवि खराब हो रही है।

ज्वालापुर ईदगाह रोड स्थित मदरसा अरबिया दारूल उलूम रशीदिया में मुस्लिम धर्म गुरुओं और मुस्लिम समाज के संभ्रांत लोगों की बैठक हुई, जिसमें कुछ लोगों के भोजन को अशुद्ध करने की घटनाएं सामने आने पर उनका विरोध करते हुए कड़े शब्दों में निंदा की गई। साथ ही ऐसा करने वाले लोगों को बहिष्कार करने का ऐलान किया है। वायरल हो रही वीडियो भी जांच कराने की मांग की है।

रविवार को बैठक को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा ए उत्तराखंड और मदरसा अरबिया दारुल उलूम रशीदिया ज्वालापुर के सदर मौलाना आरिफ कासमी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की ओर से भोजन को अशुद्ध करने की वीडियो प्रसारित हो रही हैं, जिससे मुस्लिम समाज की छवि खराब हो रही है। साजिश के तहत हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के बीच सौहार्द, एकता और भाईचारे को समाप्त कर बांटने की कोशिश की जा रही है, जिससे सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है। कहा कि भोजन मनुष्य के लिए खुदा की बड़ी देन है। इस्लाम में खाने की किसी भी प्रकार की बेदअबी को गुनाह करार दिया गया है। खाने को अशुद्ध करने वाले लोगों को माफ नहीं किया जा सकता है। इस तरह की घटनाएं कर रहे लोगों की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।

मौलाना आरिफ कासमी ने कहा कि देश में हिंदुओं और मुसलमानों को बांटकर राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए इस तरह के वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं। हाल के दिनों में खाने को अशुद्ध करने के वीडियाे लगातार वायरल हो रहे हैं। पुलिस को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि वीडियो क्यों वायरल की जा रही है। साथ ही खाने को अशुद्ध करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इस दौरान हाफिज मुहम्मद उस्मान, कारी मुहम्मद इमरान, कारी सूफियान, कारी इमरान, मौलाना वकील, कारी सलमान, मौलाना बाकिर, मास्टर साजिद, हाजी नईम कुरैशी, एडवोकेट फुरकान अली, एडवोकेट सज्जाद अली, सुहेल अख्तर आदि मौजूद रहे।

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